ध्वनि प्रदूषण पर निबन्ध | Essay on noise pollution in Hindi

हमारे भारत देश में कई प्रकार की समस्याएं हैं जो हमारे भारत देश के लिए बहुत बड़ी दिक्कत है उन्ही में से एक है ध्वनि प्रदूषण। आज इस आर्टिकल में मैं आपको ध्वनि प्रदूषण के निबन्ध के माध्यम से आपको ध्वनि प्रदूषण के बारे में विस्तार से बताएंगे। इसमें हम आपको ध्वनि प्रदूषण के कारण, प्रभाव तथा ध्वनि प्रदूषण को काम करने के बारे में बताएंगे। 



ध्वनि प्रदूषण पर निबंध ( Essay on Noise Pollution in Hindi ) - ध्वनि प्रदूषण क्या है ? ( What is Noise Pollution in Hindi )

ध्वनि प्रदूषण का मतलब होता है अत्यधिक ध्वनि जो मानव स्वास्थ्य तथा पर्यावरण पर नुकसानदायक प्रभाव डालती हो। 



Essay on noise pollution in Hindi, Noise pollution
Essay on Noise Pollution in Hindi



इस तरह का प्रदूषण परिवहन, औद्योगिक गतिविधियों, मनोरंजक गतिविधियों आदि के कारण होता है। ध्वनि प्रदूषण की वजह से कई तरह की स्वास्थ्य सम्बंदि समस्याएं जन्म ले लेती हैं जैसे कि नींद में गड़बड़ी, सुनने की शक्ति कम होना आदि। ये आज के समय में बड़ी समस्या बन चुकी है हमें इसके बारे में समाधान खोजना होगा |



ध्वनि प्रदूषण पर निबंध ( Essay on Noise Pollution in Hindi ) - ध्वनि प्रदूषण के कारण

ध्वनि प्रदूषण के मुख्य कारण इस प्रकार हैं :-

परिवहन के साधन - आजकल काफी तरह के परिवहन के साधन हो गए हैं जैसे कि रेलगाड़ी, बस, ट्रक, हवाई जहाज आदि। ये सभी बहुत ज्यादा आवाज करते हैं जिनकी वजह से काफी ध्वनि प्रदूषण होता है। 

उद्योगआज के समय में बड़े बड़े उद्योगों में बड़ी बड़ी मशीनों का इस्तेमाल होता है।  ये सभी मशीने बहुत ज्यादा शोर करती हैं जो कि ध्वनि प्रदूषण का काफी बड़ा कारण है। 

निर्माण कार्य - निर्माण कार्य के समय कंस्ट्रक्शन साइट पर शोर से भी ध्वनि प्रदूषण काफी बढ़ रहा है।बिल्डिंग, पुल, सड़क, बांध, फैक्टरियों समेत विभिन्न प्रकार के निर्माण के समय होने वाला शोर ध्वनि प्रदूषण का बहुत बड़ा कारण बनता है। ये सब भी ध्वनि प्रदूषण के मुख्य कारण हैं। 

मनोरंजन के साधन -  आजकल लोग शादी व्याह, पार्टी आदि के समय बहुत ज्यादा शोर होता है।  ये भी ध्वनि प्रदूषण का मुख्य कारण है। 

आतिशबाजी - ज्यादा आवाज वाली आतिशबाजी भी ध्वनि प्रदूषण का बहुत बड़ा कारण है। 

अन्य कारण - अगर हम बात करें ध्वनि प्रदूषण के अन्य कारण की तो फिर बताना चाहूंगा कि रैलियों, राजनीतिक गतिविधियों, नारेबाजी, किसी भी कार्यक्रम में जनसमूहों का एक साथ वार्तालाप भी ध्वनि प्रदूषण का कारण है।  



 ध्वनि प्रदूषण पर निबंध ( Essay on Noise Pollution in Hindi ) - स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव 

ध्वनि प्रदूषण मानव स्वास्थ्य पर काफी असर डालता है। इससे कई प्रकार की बीमारियां तथा परेशानियां होने लगती हैं जो इस प्रकार हैं :-

अनिद्रा - ज्यादा शोर की वजह से अनिद्रा की समस्या उत्पन्न हो जाती हैं। 

तनाव - ध्वनि प्रदूषण से तनाव भी होने लगता हैं। 

हाई ब्लड प्रेशर - ध्वनि प्रदूषण से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी उत्पन्न हो जाती हैं। जो कि आगे चलकर एक बड़ी समस्या का कारण बनता हैं। 

एकाग्रता में कमी - ध्वनि प्रदूषण की वजह से एकाग्रता में भी कमी आ जाती हैं। 

बहरापन - कभी कभी तो इस ध्वनि प्रदूषण के कारण इंसान बहरा भी हो जाता है। 

बात करने में परेशानी - ज्यादा ध्वनि के कारण हमें बात करने में भी दिक्कत आती है |


ध्वनि प्रदूषण पर निबंध ( Essay on Noise Pollution in Hindi ) - ध्वनि प्रदूषण कैसे कम किया जा सकता है ?

ध्वनि प्रदूषण से बचाव के उपाय इस प्रकार हैं :-

ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए हमें सरकार के साथ मिलकर इसे कम करने की कोशिश करनी होगी। 

हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए क्योंकि इससे भी ध्वनि प्रदूषण को कंट्रोल कर सकते हैं क्योंकि हरे पौधे ध्वनि की तीव्रता को 10 से 15 डीबी तक कम कर सकते हैं। 

हमें हॉर्न आदि का प्रयोग कम से कम करना चाहिए बेफिजूल में हमें हॉर्न नहीं बजाना चाहिए क्योंकि इससे भी ध्वनि प्रदूषण होता हैं। 

हमें निजी वाहनों की जगह पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इससे भी ध्वनि प्रदूषण को कम कर सकते हैं। 

हमें मनोरंजन के समय में ज्यादा शोरगुल नहीं करना चाहिए। 

हमें ज्यादा शोर वाली आतिशबाजी नहीं चलानी चाहिए। 


ध्वनि प्रदूषण पर निबंध ( Hindi Essay on Noise Pollution ) - उपसंहार 

मित्रों, अब अंत में मैं यही कहना चाहता हूँ कि ध्वनि प्रदूषण धीरे धीरे हमारे लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है। इसलिए इस कम करने के लिए हम जितनी भी कोशिश कर सकते हैं हमें उतनी कोशिश करनी चाहिए।  तभी हम लोग आने वाली पीढ़ी को एक अच्छा वातावरण दे सकते हैं।